दोस्तों देश में अभी दो बड़ी घटनाएं हुई है। एक तो अभिनेता सुशांत राजपूत की दिल दुखाने वाली खबर और दूसरी लद्दाख की बार्डर पर शहीद हुए वीर सिपाही। जों हमेशा के लिए हो गए अमर।
पहली घटना से लगता है. क्या जीवन है! जब इतना नाम इतनी दौलत - शोहरत होने के बाद भी एक सेलिब्रिटी की ये ज़िन्दगी है. तो हमारी जीवन तो ना के बराबर हुआ।
आखिर क्यों जी रहे है हम? क्या हमारे पास समस्याओं की कमी है!
गीत:-
तुम हो जहां से गए होता नहीं है यकी
सुना सुना है जहा खामोश है रात दिन
आंखे तेरी क्यों रोई
ऐसी वजह क्या हुई
फेरी क्यों तूने अपनी नजर
इस बेदर्दी दुनिया से अब मै खुद भी डरता हूं
खुश रहना तू रब के यहां
बस ये दुआए करता हूं
परंतु दूसरी घटना से लगता है वाह! क्या जीवन है, चुनौती पूर्ण। मौत सामने खड़ी है और अपने काम से, अपने फ़र्ज़ से कभी घबराते नहीं।
फिर तो हमारा जीवन बहुत सरल हुआ, हमारी समस्या भी कोई समस्या हुई। जब लोग बार्डर पर नहीं डरे, तो क्या हमको मुश्किलों से डरना चाहिए? नहीं, बिल्कुल नहीं
शायरी:-
डटे रहो राहों में की मजिल भी झुक जाएगी
क्यू घबराए रात से कल फिर नई सुबह हो जाएगी
गीत:-
वो जो हुए शहीद, उनको है मेरा नमन
धरती है अपनी मां, प्राणों से प्यारा वतन
जब तक जिएगे हम, दुश्मन रखे ना कदम
कट जाए पर ये, झुके ना सर
वो लड़ते है बॉर्डर पे, हम भी यहां लड़ सकते है
चीनी सामानों को हम भी टाटा बाए कर सकते है
जय हिंद!!!
ReplyDeleteजय हिन्द!!
DeleteSuper
ReplyDeleteNice thoughts
ReplyDeleteThanks
DeleteSupar
ReplyDelete