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Showing posts from December, 2020
  अटल थे अपने सत्य पे वो, जानता सारा हिन्दुस्तान  बसता था जिनके दिल मे आलौकिक कवि महान  भूमि के दर्द को जिसने कर दिया था शब्दो से बयान राजनेता, कवि, फिर भारत रत्न का सम्मान २५ दिसम्बर उनके जन्मदिन पर उनको सादर प्रणाम

खाली मन

  खाली मन तो खाली जीवन फिर खाली सब संसार है.. इस खाली मन के कोने में भी, छुपा कही तो प्यार है..  चंचलता है जिसका गुण, टिकता नही जगह पर वो..  और अगर मन टिक जाये, तो भी जीवन बेकार है.. सुख दुःख दो कोने हे मन के, एक एक करके आते है.. सुख को सब अपनाते हे, पर दुःख से क्यों घबराते है.. सुख में भरे और दुःख में खाली, ये कैसा संसार है... इस खाली मन के कोने में भी, छुपा कही तो प्यार है.. जो आया हुआ है, आखिर उसको भी तो एक दिन जाना है.. चला गया जो आकर यारों उसके लिए क्या पछताना है.. डर गया जो खालीपन से उसका जीना बेकार है.. इस खाली मन के कोने में भी, छुपा कही तो प्यार है.. ............................nrd.................................

डर मत, कदम बढ़ा

  डर मत, कदम बढ़ा, बहा के देख पसीना हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  धैर्य के साथ परिश्रम से धरती भी उगलती सोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  कदम जो तेरे लड़खड़ाए ये सोच जहां में क्यों आए लक्ष्य अगर साथ हो मजाल है कि तू रुक जाए  मेहनत पर कर भरोसा किस्मत पर कभी न रोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  मिल गई जो सीख तुझे गलती ना दुबारा कर  नज़रिया रख भलाई का लक्ष्य पे गड़ा अपनी नजर  एक दिन तेरे नाम से गूंजेगा हर एक कोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  डर मत, कदम बढ़ा, बहा के देख पसीना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  धैर्य के साथ परिश्रम से धरती भी उगलती सोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना