कुछ रास्ते!
हाथों में लिए एक-दूसरे का हाथ!
कुछ दूरी तक गये थे, हम साथ!
हसीन वादियों के वो दिलकश नजारे!
आज भी हैं, मेरी आंखों में समाए!
कंकड़ भी चुभ जाएं!
तो मुझे दर्द का एहसास न होना!
वो तेरी प्यारी सी मुस्कान में!
मेरा इस कदर खो जाना!
अजनबी रास्ते पर भी बेखौफ!
तेरे साथ आगे बढ़ी जा रही थी, मैं!
क्योंकि तेरे साथ में कुछ अपनापन सा!
महसूस कर पा रही थी, मैं!
तू अजनबी होकर भी मेरा अपना हैं!
शायद इसीलिए!
मेरे दिल के एक हिस्से में आज भी!
"सिर्फ और सिर्फ तेरा ही नाम गूंजता हैं!
सिर्फ और सिर्फ तेरा ही नाम गूंजता हैं!!"
–Tanu's Diary....✍️
😍🤗🥰
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