Skip to main content

क्या उसे फिर मांगोगे? जों पहले से ही तुम्हारा है





फिर से देखो आसमान में, चांद के साथ सितारा है
क्या उसे फिर मांगोगे? जों पहले से ही तुम्हारा है
मन की आखों से तुम देखो सब कुछ ही हमारा है
क्या उसे फिर मांगोगे? जों पहले से ही तुम्हारा है

https://amzn.to/2EpjUCw

हर माह में एक बार जब अमावस्या आ जाती है
काली काली रात अंधेरी आसमान में छाती है
धीरे धीरे पूनम तक फिर चांद पुरा खिल जाता है
संग सितारों के फिर चंदा आसमान में छाता है

फिर से देखो आसमान में, कितना सुंदर नजारा है
क्या उसे फिर मांगोगे? जों पहले से ही तुम्हारा है

https://amzn.to/39vxuQ4

फूल सदा खिलते आंगन में, पतझड़ में फिर झड़ते है
सावन की बौछारों से फिर नए फूल भी खिलते है
काली काली घनघोर घटाए आसमान में छाती है
पर बारिश की बूंदों से धरती फिर हरी भरी हो जाती है

देखो मन की आखों से सबकुछ प्यारा प्यारा है
क्या उसे फिर मांगोगे? जों पहले से ही तुम्हारा है

✍️ नरेन्द्र मालवीय


Comments

Popular posts from this blog

डर मत, कदम बढ़ा

  डर मत, कदम बढ़ा, बहा के देख पसीना हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  धैर्य के साथ परिश्रम से धरती भी उगलती सोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  कदम जो तेरे लड़खड़ाए ये सोच जहां में क्यों आए लक्ष्य अगर साथ हो मजाल है कि तू रुक जाए  मेहनत पर कर भरोसा किस्मत पर कभी न रोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  मिल गई जो सीख तुझे गलती ना दुबारा कर  नज़रिया रख भलाई का लक्ष्य पे गड़ा अपनी नजर  एक दिन तेरे नाम से गूंजेगा हर एक कोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  डर मत, कदम बढ़ा, बहा के देख पसीना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना  धैर्य के साथ परिश्रम से धरती भी उगलती सोना  हिम्मत तो जुटा फिर आसमां भी तुझे लगेगा बोना 

अब होगी "नई जंग"

India Vs China होंगे नए कुछ फैसले, नया जुनुं नए हौसले  टिकेंगे न अब दुश्मन, कोई रोक सके तो रोक ले कुछ होंगे नए सपने, कुछ नई उमंग होगी  अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी  https://amzn.to/2NGbqIq क्या डरना उस मुश्किल से, जो आती है हर बार  फौलादी सीना है अपना, लड़ने को तैयार  न बदलेंगे अपने इरादे, देख के दुनिया दंग होगी  अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी दुश्मन कितना चालक हो, हो जाये होशियार  कोशिशें नापाक उसकी,  होगी सब बेकार आसमा और धरती अपनी, जीत से सतरंग होगी अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी https://amzn.to/3dD42rP सरहद पे वो लड़ रहे,   हमे देना होगा साथ बन्द करें चीनी चीजे, उसे दिखादो उसकी औकात ये विश्वगुरु भारत है, सारी दुनिया अपने संग होगी अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी                                           ✍️नरेन्द्र मालवीय

सुशांत या शांत (शहीद)

दोस्तों देश में अभी दो बड़ी घटनाएं हुई है। एक तो अभिनेता सुशांत राजपूत की दिल दुखाने वाली खबर और दूसरी लद्दाख की बार्डर पर शहीद हुए वीर सिपाही। जों हमेशा के लिए हो गए अमर। पहली घटना से लगता है. क्या जीवन है! जब इतना नाम इतनी दौलत - शोहरत होने के बाद भी एक सेलिब्रिटी की ये ज़िन्दगी है. तो हमारी जीवन तो ना के बराबर हुआ।  आखिर क्यों जी रहे है हम? क्या हमारे पास समस्याओं की कमी है! गीत:- तुम हो जहां से गए होता नहीं है यकी  सुना सुना है जहा खामोश है रात दिन  आंखे तेरी क्यों रोई ऐसी वजह क्या हुई  फेरी क्यों तूने अपनी नजर इस बेदर्दी दुनिया से अब मै खुद भी डरता हूं खुश रहना तू रब के यहां  बस ये दुआए करता हूं  परंतु दूसरी घटना से लगता है वाह! क्या जीवन है, चुनौती पूर्ण। मौत सामने खड़ी है और अपने काम से, अपने फ़र्ज़ से कभी घबराते नहीं। फिर तो हमारा जीवन बहुत सरल हुआ, हमारी समस्या भी कोई समस्या हुई। जब लोग बार्डर पर नहीं डरे, तो क्या हमको मुश्किलों से डरना चाहिए? नहीं, बिल्कुल नहीं  शायरी:- डटे रहो राहों में की मजिल भी झुक जाएगी क्यू घबराए रात से कल फिर नई सुबह हो जाएगी  गीत:- वो जो हुए शहीद, उनक