गीत
ना रहो मायूस से तुम, ना रहो परेशान से।
मै तुम्हारा हूं सदा ये बोल दो अभिमान से।।
सात जन्मों की की दुआ तक मै तुम्हारा फैसला हूं।
की मेरा हौसला है तू, मै तेरा हौसला हूं।।
तुम मेरे नज़दीक से यूं, तुम मेरे आगोश से
खोल दो राज़ अपने ना रहो खामोश से
तुम कलाकार मेरे मै तुम्हारी ही कला हूं।
की मेरा हौसला है तू, मै तेरा हौसला हूं।
ना रहो मायूस से तुम, ना रहो परेशान से।
मै तुम्हारा हूं सदा ये बोल दो अभिमान से।।
सात जन्मों की की दुआ तक मै तुम्हारा फैसला हूं।
की मेरा हौसला है तू, मै तेरा हौसला हूं।।
तुम हमारी हो तकदीर तुम हमारी ही तस्वीर
तुम हमारी दासता हो हम तुम्हारी ही जागीर
तुम हो निर्मल पानी सी पानी का मै बुलबला हूं
की मेरा हौसला है तू, मै तेरा हौसला हूं।
ना रहो मायूस से तुम, ना रहो परेशान से।
मै तुम्हारा हूं सदा ये बोल दो अभिमान से।।
सात जन्मों की की दुआ तक मै तुम्हारा फैसला हूं।
की मेरा हौसला है तू, मै तेरा हौसला हूं।।
✍️ नरेन्द्र मालवीय
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