भजन आरम्भ होता तुमसे, हर काम गणपति देवो में सबसे पहला, है नाम गणपति तुमसे हमारी सुबह और शाम गणपति आरम्भ होता तुमसे, हर काम गणपति संकट में पूरी दुनियां, फैली है महामारी मंदिर की घंटी बन्द है खामोश हैं पुजारी तुमसे हैं आस सबकी, बुद्धि के तुम हो दाता भक्तो पे कृपादृष्टि बरसाओ है विधाता आते ही करदो पहला ये काम गणपति कोरोनो से बचालो हमरे प्राण गणपति आरम्भ होता तुमसे, हर काम गणपति देवो में सबसे पहला, है नाम गणपति शंकर तुम्हारे पापा, माता है पार्वती कार्तिक तुम्हारे भैया, है सबके गणपति संग तुम्हारे पुजी जाती, लक्ष्मी सरस्वती आरम्भ होता तुमसे, हर काम गणपति दूजा ये काम करना, है चीन से भी लड़ना दुजी बड़ी बीमारी, आजाएगी वरना बुद्धि फिरी है चीन की आंखे हमें दिखता तुमसे हैं आस सबकी, बुद्धि के तुम हो दाता कर देंगे अबकी मिलके ये काम गणपति मिल जाएगा मिट्टी में, चीन नाम गणपति आरम्भ होता तुमसे, हर काम गणपति देवो में सबसे पहला, है नाम गणपति ✍️ नरेन्द्र मालवीय
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