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Showing posts from June, 2020

अब होगी "नई जंग"

India Vs China होंगे नए कुछ फैसले, नया जुनुं नए हौसले  टिकेंगे न अब दुश्मन, कोई रोक सके तो रोक ले कुछ होंगे नए सपने, कुछ नई उमंग होगी  अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी  https://amzn.to/2NGbqIq क्या डरना उस मुश्किल से, जो आती है हर बार  फौलादी सीना है अपना, लड़ने को तैयार  न बदलेंगे अपने इरादे, देख के दुनिया दंग होगी  अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी दुश्मन कितना चालक हो, हो जाये होशियार  कोशिशें नापाक उसकी,  होगी सब बेकार आसमा और धरती अपनी, जीत से सतरंग होगी अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी https://amzn.to/3dD42rP सरहद पे वो लड़ रहे,   हमे देना होगा साथ बन्द करें चीनी चीजे, उसे दिखादो उसकी औकात ये विश्वगुरु भारत है, सारी दुनिया अपने संग होगी अब कस ली हमने कमर यारो, फिर से नई जंग होगी                                           ✍️नरेन्द्र मालवीय

आया है सावन

सा "सावन गीत" https://amzn.to/2BGFTUe धुन=मोगली (चड्डी पहन के फूल खिला हैं) गुलशन गुलशन फूल खिले है, मेहका घर आंगन चारो तरफ फैली हरियाली आया है सावन  गुलशन गुलशन फूल खिले है  खुशियों के सब दीप जले है  गुन गुन करता बाग़ में आया एक भवरा फूलों से भवरे का देखो प्यार है गहरा  रंग बिरंगे फूलों से छाया है मधुबन चारो तरफ फैली हरियाली आया है सावन  https://amzn.to/2BGFTUe गुलशन गुलशन फूल खिले है  खुशियों के सब दीप जले है  इन्द्रधनुष के रंगों में सब रंग समाये आओ मिलकर खुशियों के त्योहार मनाए  प्रकृति से प्रेम का है अटूट बन्धन  चारो तरफ फैली हरियाली आया है सावन गुलशन गुलशन फूल खिले है, मेहका घर आंगन चारो तरफ फैली हरियाली आया है सावन https://amzn.to/2BGFTUe ✍️ नरेन्द्र मालवीय

"नादानियां"

एक बात तो तेरी अच्छी है सच कहती आसानी से   पर कभी कभी दिल दुखता है तेरी इस नादानी से गिला नहीं है कुछ मुझे मेरी दिलबर जानी से पर कभी कभी मेरा दिल, दुखता इस नादानी से सच कहूं तो तेरे आंसू मोतियों से लगते है धूल जाता हूं मै पूरा, प्यार में दोनों महकते है  प्यार हुआ है अमर हमारा आखों के इस पानी से  पर कभी कभी दिल दुखता है तेरी इक नादानी से  Amazon best offers. Clothing   Upto 80% off https://amzn.to/3g3BuJU Beaui products https://amzn.to/3i0Z2Rr दिन कहे तो मै दिन कहूं, रात कहे तो मै रात हो जाऊ तेरे जैसा ही, रब से है फ़रियाद  मिल जाती है सारी खुशियां मुझको मेरी दीवानी से  पर कभी कभी दिल दुखता है तेरी इक नादानी से छोटी छोटी जिन बातों से मै अक्सर बचता रहता है  आ जाती वहीं बात सामने जों कहने से डरत䤾 हूं सच कहूं तो प्यार मुझे है तेरी हर मनमानी से  पर कभी कभी दिल दुखता है तेरी इक नादानी से ✍️ नरेन्द्र मालवीय 

"प्यार तुम्हारा"

Click the subscribe button above to subscribe by email जैसे हो साथ चांद के नन्हा सा सितारा सागर के साथ जैसे होता है किनारा  डूबते को जैसे तिनके का सहारा  ऐसा है ज़िन्दगी में प्यार तुम्हारा  हमने दो जहां दुनिया में, तुममें ही है पाया  तू मेरी इबादत तू मेरा खुदाया  जैसे हो फूलों संग भवरे का नजारा  ऐसा है ज़िन्दगी में प्यार तुम्हारा  https://amzn.to/2VihPhq 70% discount on Amazon पर्वत से भी अटल सागर से भी गहरा  इस दीवाने दिल पे असर  तेरा ही तेरा  जैसे कि आसमान ने धरती को निहारा  ऐसा है ज़िन्दगी में प्यार तुम्हारा  कान्हा के दरस की मीरा थी दीवानी  ऐसी ही तेरी मेरी अमर प्रेम कहानी  तेरे बिना एक लम्हा भी ना मुझको गवारा  ऐसा है ज़िन्दगी में प्यार तुम्हारा  Click the subscribe button above to subscribe by email ✍️ नरेंद्र मालवीय

सच्चा प्रेम

प्यार के फूल खिलने का कोई वसंत नही होता सच्चे प्रेम का प्रिये, कोई अंत नही होता प्रत्येक उत्तर का प्रतिउत्तर तुरन्त नहीं होता सच्चे प्रेम का पिये , कोई अंत नही होता ईश्वर ने इसे बनाया, इंसानों ने पूजा कृष्ण ने इसे अपनाया, धरा पे राधे-कृष्ण गूंजा प्यार तो दिल की एक दुआ है इसका दुखंत नही होता सच्चे प्रेम का राधे, कोई अंत नही होता भले ही कितनी भी हो दूरी धरा और अम्बर में पर दोनों रहते हमेशा प्रेम के स्वयंवर में  प्रेमवश धरा को अपने आंसुओ से भिगोता  सच्चे प्रेम का सजनी, कोई अंत नही होता जब होती है वर्षा झूम झूम के नाचे मोर  ऐसे ही मानव भी खींचा जाता प्रेम की ओर बिना प्रेम के कोई अनुयायी, कोई संत नहीं होता सच्चे प्रेम का प्रीये, कोई अंत नही होता https://amzn.to/3fWTgON                                          ✍️ नरेन्द्र मालवीय

खुशनुमा प्यार

https://amzn.to/2VeRrVo बांटने मे प्यार कोई हर्ज़ नही है... ये खुशबू है फूलों की, कोई मर्ज़ नही है.. ये चीज़ वो नही है कि ले लिया जिसे उधार.. ये दिल कि है दुआ ये कोई कर्ज नही है... हमने ये मुकां दुनिया मे ऐसे ही बनाया.. दुनिया बुरी है लेकिन खुदगर्ज़ नही है... रास्ते मे जो मिला उसे, दे दी हर ख़ुशी.. अल्लाह के बन्दे क्या तेरा कोई फ़र्ज़ नही है... बांटने मे प्यार कोई हर्ज़ नही है... ये खुशबू है फूलों की, कोई मर्ज़ नही है.. https://amzn.to/2VeRrVo                                       ''नरेन्द्र मालवीय''

Happy father's day 2020

आपका दिल दुखाने से पहले, मेरा दिल दुखता है पापा... मगर हर बार आपके सम्मान में, मेरा सर झुकता है पापा... मुझे मालूम है जिन्दगी की पटरी पर मेरी चाल धीरे है... पर मेरे लिए कामयाबी की कुछ अलग ही तस्वीरे है... आपसे कुछ कंहू, ना कंहू, मेरे चेहरे से सबकुछ तो दिखता है पापा...  आपका दिल दुखाने से पहले, मेरा दिल दुखता है पापा... माना मैंने अपने जीवन में सबकुछ अपने मन का किया... मेरा मन भी आपका है, आपने ही मुझे ये जीवन दिया... मै हर बार आपका दर्द समझता हूँ पापा... आपके विचारो को सर आँखों पर रखता हूँ पापा...   मेरी मंजिल, मेरी राहों में आप ही तो मेरे साथ हो.. आप ही हो मेरे आदर्श, आप ही मेरे जस्बात हो.. मेरी आँखों में आपका ही प्यार झलकता है पापा.. आपके सम्मान में, मेरा सर हर बार झुकता है पापा...                                           ✍️ नरेन्द्र मालवीय

सुशांत या शांत (शहीद)

दोस्तों देश में अभी दो बड़ी घटनाएं हुई है। एक तो अभिनेता सुशांत राजपूत की दिल दुखाने वाली खबर और दूसरी लद्दाख की बार्डर पर शहीद हुए वीर सिपाही। जों हमेशा के लिए हो गए अमर। पहली घटना से लगता है. क्या जीवन है! जब इतना नाम इतनी दौलत - शोहरत होने के बाद भी एक सेलिब्रिटी की ये ज़िन्दगी है. तो हमारी जीवन तो ना के बराबर हुआ।  आखिर क्यों जी रहे है हम? क्या हमारे पास समस्याओं की कमी है! गीत:- तुम हो जहां से गए होता नहीं है यकी  सुना सुना है जहा खामोश है रात दिन  आंखे तेरी क्यों रोई ऐसी वजह क्या हुई  फेरी क्यों तूने अपनी नजर इस बेदर्दी दुनिया से अब मै खुद भी डरता हूं खुश रहना तू रब के यहां  बस ये दुआए करता हूं  परंतु दूसरी घटना से लगता है वाह! क्या जीवन है, चुनौती पूर्ण। मौत सामने खड़ी है और अपने काम से, अपने फ़र्ज़ से कभी घबराते नहीं। फिर तो हमारा जीवन बहुत सरल हुआ, हमारी समस्या भी कोई समस्या हुई। जब लोग बार्डर पर नहीं डरे, तो क्या हमको मुश्किलों से डरना चाहिए? नहीं, बिल्कुल नहीं  शायरी:- डटे रहो राहों में की मजिल भी झुक जाएगी क्यू घबराए रात से कल फिर नई सुबह हो जाएगी  गीत:- वो जो हुए शहीद, उनक

TRUST👊YOURSELF

जो चाहा, मुझे वो सबकुछ हासिल है  मुस्कुराना तो मेरी आदत में शामिल है  ज़िन्दगी में मैंने खुशियां ही कमाई बादल सा मन मेरा आसमान सा दिल है  जो चाहा, मुझे वो सबकुछ हासिल है  मुस्कुराना तो मेरी आदत में शामिल है  तकदीर तो अपनी मुट्ठी में बन्द है  फैले है चर्चे ऐसे, जैसे फैली सुगन्ध है  कश्ती भी है अपनी अपना ही साहिल है  जो चाहा, मुझे वो सबकुछ हासिल है  मुस्कुराना तो मेरी आदत में शामिल है  जो भा गया मन को वो दिल में समाया  जो दिल में समाया वो निकल ना पाया  संग ज़िन्दगी गुज़ारू वो इस काबिल है  जो चाहा, मुझे वो सबकुछ हासिल है  मुस्कुराना तो मेरी आदत में शामिल है  कांटो में भी हमने है फूल खिलाया को नामुमकिन कुछ नहीं दुनिया को बताया है हौसला गर तो आसान हर मुश्किल है  जो चाहा, मुझे वो सबकुछ हासिल है  मुस्कुराना तो मेरी आदत में शामिल है                                  ✍️ नरेन्द्र  मालवीय